रविवार, 25 मई 2008

अर्जुन सिंह का नया अवतार कर्नल बैंसला ?????

राजस्थान मे आरक्षण का जिन्न बोतल से फ़िर से बाहर आ गया है और कईयों की जान भी ले ली। गुर्जर आन्दोलन के हिंसक हो जाने के कारण पुलिस को फायरिंग करनी पड़ी जिससे कई लोग मरे। सरकारी आंकडे मे मरने वालों की संख्या ३७ हो गई है। वास्तव मे ज्यादा ही होगी। इसके पहले भी यह आन्दोलन तीन बार पूर्व मे कई जाने ले चुका है। पिछले वर्ष आन्दोलन मे कर्नल के कमान सँभालने के बाद करीब ७०० लोग मारे जा चुके हैं। भोले-भाले लोगों को बहलाकर, भड़काकर उन्हें मृत्यु की आग मे झोंक देना और फ़िर उनकी लाशों पर अपनी रोटी सेकना बैंसला को अच्छी तरह आता है। वो एक कुशल राजनीतिज्ञ की तरह पैंतरे चल रहे हैं। मुझे लगा था की अर्जुन सिंह जी अब काफी बुजुर्ग हो गए हैं और मंडल की महिमा भी खूब दिखाये और अब सन्यास ले रहे हैं, लेकिन मैं ग़लत था। अब वो फ़िर से अवतार ले चुके हैं वह भी कर्नल किरोणी सिंह बैंसला के रूप मे. इन घटनाओं से कर्नल की मार्केट वैल्यू राजनैतिक दलों मे खूब बढ़ गई है. इस आन्दोलन का लाभ गुर्जरों को कम कर्नल को ज्यादा मिलेगा. भगवान् बचाए ऐसे अगुवाकारों से...........

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