सोमवार, 19 मई 2008

पुतिन रूस के सर्वोच्च नेता क्यों?



क्योंकि उनके आठ साल के राष्ट्रपतित्व काल मे रूस में यह बदलाव आए :-
*
१०१ अरबपति बने २००७ मे।
* ७% की दर से वृद्धि हुई सकल घरेलू उत्पाद मे २००७ के बाद ।
* १०वी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बना दुनिया मे,पहले २२वे नंबर पर था।
* ६४० डॉलर औसत वेतन है, पहले ८० डॉलर था।
* ४७० अरब डॉलर विदेशी मुद्रा भंडार है, पहले १२ अरब डॉलर था।
* १३% है गरीब आबादी का अनुपात, पहले ३०%था
* ५.५ करोड़ आबादी है मध्य वर्ग की, पहले ८० लाख थी।
* १३३० ख़राब डॉलर है शेयर बाजार की पूंजी, पहले ६० अरब डॉलर थी।
* ८२ अरब डॉलर रही पूंजी की आवक २००७ मे।
* आतंकवादी हमलों को सख्ती से कुचला -
#चेचन बागी द्वारा मास्को थियेटर मे ७०० बंधकों को छुडाने मे सभी ४२ आतंकवादिओं के साथ १२० बंधक मरे।
# चेचन बागी द्वारा बेसलान स्कूल में १३०० वयस्कों और बच्चों को छुडाने मे सभी ३१ आतंकवादिओं के साथ ३४४ बंधक मरे।
* भ्रष्टाचार, माफिया और कुलीन तंत्र से देश को मुक्त कराया।
* राजनैतिक और आर्थिक ढांचे पर अपनी पकड़ मजबूत की।
* तेल से मुद्रा बनाईं।
## पुतिन ने प्रधानमंत्री और सत्तारूढ़ यूनाईटेड रशिया पार्टी, जिसकी संसद और संघीय परिषद् पर नियंत्रण है, के अध्यक्ष बने हैं और १७ वर्षीय वफादार सहयोगी मेदवेदेव को राष्ट्रपति बनवाया जो क़ानून के प्रोफेसर से राजनेता बने हैं. इस प्रकार देखें तो आज भी रूस पर पुतिन की पकड़ है और वही सर्वोच्च नेता बने रहेंगे।
काश ! भारत को भी कोई पुतिन मिल जाता.

2 टिप्‍पणियां:

Unknown ने कहा…

bharat me itna bhrstachar hai ki use bhi putin ki jarurat hai.

Unknown ने कहा…

bhaiya data thoda kam liha karo
aur hindi ke nakon ko padhne main badi dikkata hoti hai